Friday 30 April 2021
चुनाव ड्युटी पर गए आठ सौ शिक्षक कोरोना से मर गए, फिर भी योगी चुप हैं..!
Wednesday 28 April 2021
Sunday 25 April 2021
PM और CM को ऑक्सीजन चाहिए... हालत नाजुक
Saturday 17 April 2021
योगी सरकार जवाब दे...
हम सब लोग विचित्र संकट के दौर से गुज़र रहे हैं। कोरोना या कोविड वायरस का प्रकृति से कोई लेना देना नहीं है। हम शैतान मनुष्यों द्वारा निर्मित घातक वायरस की चपेट में हैं। शैतान शक्तियां, पूंजी शक्तियां और सियासी शक्तियां सब हाथ मिला चुकी हैं। मौत की वजह बांट कर दवा और वैक्सीन का धंधा चलाने का गोरखधंधा हमारी समझ में अब तक तो आ ही जाना चाहिए। हमारी नासमझी, हमारी लापरवाही और सरकारों की नियोजित उपेक्षा (प्री-प्लांड नेग्लिजेंस) के कारण चारों तरफ मौत का तांडव है। गवर्नेंस फेल है। प्रशासन फेल है। चिकित्सा व्यवस्था फेल है। देह के अंतिम संस्कार के इंतजाम फेल हैं... सरकारों की प्राथमिकता मौत रोकने के बजाय मौत कम दिखाने की है। मरघटों को टीन-टप्परों से ढंकने के कुत्सित काम हो रहे हैं। मैंने अपने हृदय से निकले कुछ शब्दों के जरिए महामारी और मौत का खौफनाक दृश्य दिखाने की कल कोशिश की थी... हर सिर पर लटका मौत का फंदा, यह काला धंधा किसका है... यह कोई काल्पनिक काव्य अभिव्यक्ति नहीं है, यह पंक्तियां कठोर यथार्थ हैं, बिल्कुल एलएमजी की गोली की तरह कलेजे में सुराख बनाने वाली...
खैर, मैं बाद में आऊंगा, कुछ खास खोजी खबरें लेकर... अभी जल्दी जल्दी आपके समक्ष आज की कुछ बातें रख देता हूं... यह आपके विचार के लिए हैं और लोकतांत्रिक अधिकार की मांग को प्रगाढ़ करने के लिए हैं। अभी आपने देखा कि उत्तर प्रदेश सरकार ने एक राज्यादेश जारी किया। जिसके मुंह पर मास्क नहीं होगा उससे एक हजार रुपए का जुर्माना वसूला जाएगा। जो दूसरी बार बिना मास्क के पकड़ा जाएगा, उससे 10 हजार रुपए का जुर्माना वसूला जाएगा। चलिए... लापरवाह लोगों को सीख देने के लिए यह आदेश स्वीकार्य है। लेकिन सरकार ने इस तरह का फरमान जारी करने के पहले क्या अपनी नैतिकताएं तय कीं..? अपने गिरेबान में झांका..? अपनी लापरवाहियों के बारे में कोई जुर्माना या सज़ा तय की..? सारा दायित्व आम आदमी निभाए... नेता, नौकरशाह, बड़े डॉक्टर, बड़े बड़े अस्पतालों के धनपशु मालिकों को क्या सारे दायित्वों और जिम्मेदारियों से छूट मिली हुई है..? क्या आपने कभी सुना कि सरकार ने इनकी लापरवाहियों के लिए कभी कोई जुर्माना तय किया हो..? योगी सरकार के इस जुर्माना फरमान के बरअक्स... उसके समानान्तर कुछ सवाल रखता हूं। इन सवालों का जवाब देने की सरकार में नैतिक ताकत बची हो तो वह जवाब के साथ सामने आए... आइये उन सवालों में झांकें और सरकार से जवाब मांगने की ओर पुख्ता कदम बढ़ाएं...
Friday 16 April 2021
हर सिर पर लटका मौत का फंदा...
कीटों से जो कहर बांटता, यह गोरखधंधा किसका है..?
नस्लों में जो जहर खोंसता, यह खूनी पंजा किसका है..?
हर सिर पर लटका मौत का फंदा, यह काला धंधा किसका है..?
मृत्यु सरीखे पावन सच पर, पसराया गंदा किसका है..?
इंसान की कीमत मंदा है, कानून हमारा अंधा है,
सत्ता पर भारी चंदा है, यह भारी चंदा किसका है..?
हर सिर पर लटका मौत का फंदा, यह काला धंधा किसका है..?
शहर शहर शमशान का मंज़र, बेशर्म सियासत जारी है,
कोई देख न ले लाशों का ढेरा, मरघट पर पर्दादारी है,
हर तरफ मची है अफरातफरी, हर चिता पर मारामारी है।
पिता इधर, मां उधर गई,
भइया लो सांसें खींच रहे, बहना तो कब की गुज़र गई।
घर घर बंजर, चुभता खंजर, बच्चा बच्चा सिसका है।
शासन सत्ता, तंत्र वंत्र सब, जाने किस गर्त में खिसका है,
हर सिर पर लटका मौत का फंदा, यह काला धंधा किसका है..?
कोविड का रोना कोना कोना, यह शासन भासन किसका है..?
बीमार बना कर दवा बेचता, लाशें बिखरा कर धन समेटता,
मौत बेच कर बल खाता वह पीलित कुल का कायर बच्चा किसका है..?
मुर्दा धन का जूठन खाता दूषित कुल का मुल्की बच्चा किसका है..?
यह कैसी कोख का जन्मा है..? यह कैसी मां का बंदा है..?
हर सिर पर लटका मौत का फंदा, यह काला धंधा किसका है..?
मालदार नेता अफसर का देश, यह लोकतंत्र फिर किसका है..?
- प्रभात रंजन दीन