Sunday, 30 January 2022
अखिलेश जी, यह घोटाला था या फ्रॉड..?
Sunday, 23 January 2022
नेता बनने को बेताबः लोकतंत्र की कब्र खोद डालेंगे नौकरशाह
Thursday, 20 January 2022
यूपी का रिकॉर्डः दुनिया का सबसे लंबे समय का ऊर्जा घोटाला
2016-17 से 2042 तक होता रहेगा उत्तर प्रदेश का अरबों का नुकसान।
सपाई अखिलेश यादव और कांग्रेसी कमलनाथ के बीच 25 साल का करार।
प्रदेश से अरबों की राशि लुट गई, योगी सरकार भी आंखें मूंदे रह गई।
Thursday, 13 January 2022
भ्रष्टाचार के दलदल में धंसी है सपा की अट्टालिका
खुद का गंदा गिरेबां निहारा करो, उंगलियां यूं न बेसबब उठाया करो,
मीठा गन्ना तो तुमने है चूसा बहुत, नीम की पत्तियां भी चबाया करो।
लाख की इमारत में रहते हो खुद, आग का डर न दिखाया करो,
Monday, 10 January 2022
भ्रष्टाचारवाद की जय, समाजवाद की क्षय
Glorifying Corruption-ism, Defying Social-ism
पीयूष जैन और पुष्पराज जैन के यहां छापे में मिले सैकड़ों करोड़ रुपए और करोड़ों का सोना मुलायम-अखिलेश परिवार का।
अखिलेश यादव का देश से लेकर विदेशों तक कई फार्म हाउस, चल-अचल सम्पत्तियां और लंदन में 7 स्टार होटल।
अखिलेश यादव, प्रतीक यादव और प्रतीक के साले अमन सिंह बिष्ट की दर्जनों फर्जी कंपनियां। एक ही पते और एक ही फोन नंबर पर रजिस्टर्ड हैं 16 फर्जी कंपनियां।
आयकर विभाग को भेजा गया फर्जी कंपनियों के जरिए करोड़ों रुपए के लेनदेन का प्रमाण, आयकर विभाग बेअसर।
यादव-कुनबे की फर्जी कंपनियों के जरिए माफिया सरगना छोटा शकील के करीबियों को हुए करोड़ों रुपए के भुगतान।
मुलायम परिवार की आय से अधिक सम्पत्ति की जांच की सीबीआई ने की लीपापोती। सीबीआई ने ही दाखिल कर दी फर्जी रिपोर्ट।
गोमतीनगर की बेशकीमती जमीनों की कौड़ियों के भाव हुई थी खरीद। मुलायम के रिश्तेदारों, नौकरशाहों, चाटुकारों और दलालों ने आपस में बांट ली थी करोड़ों की जमीनें। सीबीआई उस पर भी चुप।
मुलायम ने 2019 के लोकसभा चुनाव में दाखिल हलफनामे में दर्ज नहीं किया था अपनी सम्पत्ति का ब्यौरा। चुनाव आयोग ने शिकायत के बावजूद ध्यान नहीं दिया।
मुलायम-कुनबे की आय से अधिक सम्पत्ति का पर्दाफाश करने वाले सुप्रीम कोर्ट के वकील विश्वनाथ चतुर्वेदी की जनहित याचिका गुत्थियों में उलझा दी गई।
सरकारी तंत्र, निगरानी तंत्र, प्रशासनिक तंत्र, अदालती तंत्र... सब जप रहे भ्रष्टाचारवाद की जय और कर रहे समाजवाद की क्षय।
Tuesday, 4 January 2022
अब लालू से कभी हाथ नहीं मिलाएंगे नीतीश
भ्रष्टाचार के पर्याय लालू से अब कभी हाथ नहीं मिलाएंगे नीतीश।
स्वच्छता के हिमायती नीतीश कुमार का भ्रष्टाचार के खिलाफ 'ज़ीरो-टॉलरेंस'।
नीतीश कुमार और लालू यादव का रास्ता और आचार-विचार दोनों अलग-अलग।
सुशील मोदी को बिहार की राजनीति से अलग करना भाजपा नेतृत्व की अदूरदर्शिता।
अंगीभूत कॉलेजों के प्राध्यापकों को बीस-बीस साल से वेतन नहीं दिया जाना संज्ञेय अपराध।
प्राध्यापकों का वेतन भुगतान शुरू हो, इसके लिए नीतीश कुमार जल्दी उठाएं सख्त कदम।
बिहार की छवि निखारने और विकास करने पर है नीतीश का एकमात्र ध्यान।
नीतीश कुमार के कॉलेजिया दोस्त इं. नरेंद्र कुमार सिंह ने दी और भी कई रोचक जानकारियां।
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