Friday, 15 August 2025

भारत के टुकड़े खाने की भूख जारी है... (लेखन, स्वर, वीडियो-संपादन एवं प्र...


हर साल 14 और 15 अगस्त दिमाग के रेशे-रेशे में तनाव भर देता है। हम आजादी की खुशियां बनाने का प्रहसन खेलने में उस यथार्थ को भूलने का प्रयास करते हैं कि हमारा ही घर टुकड़ों में तोड़ कर हमें यह कैसी आजादी मिली? यह आजादी हमने स्वीकार क्यों की? हमारे मौलिक अखंड भारत को फिर से पाने का सपना संजोए महापुरुषों ने फांसी पर झूलते हुए भी यही सोचा होगा कि हमारी पीढ़ियां अखंड भारत में विचरण करेंगी। लेकिन उन्हें क्या पता था कि उन्हीं के बीच खंड खंड पाखंड से भरे लोभी लोग हैं जो सत्ता भोग के लिए देश को टुकड़े करने पर आमादा हैं... सत्ता लोभियों ने क्रांतिकारियों को फांसी पर झूलने दिया, रास्ते से हटने दिया... फिर जो किया, वह हमारे सामने है। हम स्वतंत्रता दिवस पर उन त्रासदियों को एक पल तो याद कर लिया करें, जो हमारे पुरखों ने झेला और भोगा..! उसी प्रयास की यह प्रस्तुति है... कृपया सुनें...

Saturday, 3 May 2025

ममता बनर्जी 302 की मुजरिम है...

देश की धड़कन के साथ जिस नागरिक का हृदय स्पंदित होता है... देश की दुर्दशा पर उसी नागरिक का हृदय दुखता भी है। ये जो 'प्रतिष्ठित' नागरिक बने सफेदपोश, भगवापोश, हरितपोश और नकाबपोश लोग मंचों पर या सड़कों पर दिखते हैं... उनसे सावधान रहें। वह नेता हो सकता है, पंडा हो सकता है, मुल्ला हो सकता है, धर्मनिरपेक्ष प्रगतिशील हो सकता है। वह जज भी हो सकता है। सतर्क रहें...

आप अपने हृदय की धड़कन से तय करें... फिर चाहें तो यह छोटी सी प्रस्तुति देखें और अपने विवेक के सूक्ष्म और विस्तार के प्रिज्म से देश की दशा-दिशा का अवलोकन करें, चिंतन करें और निर्णय करें... शुभकामनाएं


Saturday, 22 February 2025

'बौना' उत्तर प्रदेश..?


हम देश की आने वाली पीढ़ियों के साथ गंभीर और अक्षम्य अपराध कर रहे हैं। हम कमजोर, कुपोषित और बौनी नस्लों की पीढ़ी दर पीढ़ी तैयार करते चले जा रहे हैं। बौनी पीढ़ी के बूते हम भविष्य में विश्वगुरु बनेंगे। बौने लोगों के बूते हम आसमान छूएंगे। बौने लोगों की भीड़ लेकर हम संसार का सबसे बड़ा लोकतंत्र कहलाएंगे। बौने लोग ही संसद और विधानसभाओं में बैठेंगे। बौने लोग ही हमारे महान भारत देश के नीति-नियंता बनेंगे। आपसे आग्रह है, यह समाचार-कार्यक्रम देखें और स्थिति की भयावहता का अंदाजा लगाएं...


Sunday, 16 February 2025

विधानसभा में सरकार कहेगी... ना

भारत का लोकतंत्र अजब-गजब प्रकार का है। भारत में सरकार किसी भी पार्टी की हो, चाल-चलन एक जैसा ही रहता है। सरकार आम नागरिक को महज एक गिनती समझती है। वोट देने के अलावा आम आदमी की कोई औकात नहीं। जॉर्ज ऑरवेल का प्रसिद्ध उपन्यास 'एनिमल फार्म' भारत की राजनीतिक-सामाजिक स्थितियों को देख कर ही लिखा गया होगा। बिहार के मोतीहारी में पैदा हुए उस अंग्रेज लेखक पर भारतीय चाल-चरित्र का कितना असर था, यह 'एनिमल फार्म' पढ़ कर समझ में आता है। ...अब आप 'एनिमल फार्म' को ध्यान में रख कर यह छोटी सी खबर देखिए और सबसे बड़े राज्य उत्तर प्रदेश की लोकतांत्रिक सरकार की लोकतांत्रिक-वास्तविकता का अंदाजा लगाइये...

Wednesday, 29 January 2025

राम मंदिर की जय में सीता मंदिर का क्षय क्यों?

पूरे देश में राम राम की गूंज है। पूरा देश आध्यात्मिकता में सराबोर है। राम राम के प्रायोजित शोर में मंदिरों मठों की अकूत सम्पत्तियों का वारा-न्यारा हो रहा है। अयोध्या के राम जन्मभूमि परिसर में ही महात्म्य और महत्व से परिपूर्ण सीता की रसोई मंदिर, मठ और उसकी सम्पत्ति राम मंदिर निर्माण ट्रस्ट ने अपने कब्जे में ले ली है। ऐतिहासिक एवं पौराणिक सीता की रसोई मंदिर ध्वस्त कर उसे राम मंदिर निर्माण की मिट्टी में विलीन कर दिया गया। सीता की रसोई मंदिर में रखी पौराणिक मूर्तियां गायब हैं। राम राम के शोर में सीता माता गायब हैं। इसके पीछे गहरी षडयंत्र-कथा है। इस कार्यक्रम के जरिए इस कथा पर थोड़ी रौशनी डालने की कोशिश की गई है। षडयंत्र के कुछ सूत्र खोलने की कोशिश की गई है। सीता की रसोई का उत्तराधिकारी होने का दावा करने वाले संतोष दास की बातें भी इस सार्वजनिक फोरम पर रख दी गई हैं। आप देखें, तय करें और अपना मंतव्य दें...


Tuesday, 24 December 2024

भ्रष्टाचार पर ज़ीरो टॉलरेंस नहीं, ज़ीरो कंट्रोल बोलिए

उत्तर प्रदेश में भ्रष्टाचार के खिलाफ सरकार का ज़ीरो-टॉलरेंस है। ऐसा यूपी सरकार कहती है। विशाल खर्चों पर हो रहे विशाल विज्ञापनों के जरिए ऐसा ही कहा जा रहा है। इसी कहने और ढोल पीटने के नियोजित शोर में समानान्तर सच जानना भी जरूरी है। आज आपके सामने राष्ट्रीय स्वास्थ मिशन यानी नेशनल हेल्थ मिशन (एनएचएम) में व्याप्त अराजकता और भ्रष्टाचार के कुछ उदाहरण प्रस्तुत कर रहा हूं। इससे आपको अहसास होगा कि शासन का भ्रष्टाचार पर कितना नियंत्रण है या असलियत में कितनी मिलीभगत है। यह वही एनएचएम है, जिसकी ग्रामीण शाखा अर्थात राष्ट्रीय ग्रामीण स्वास्थ्य मिशन का अरबों का घोटाला लोगों को आज तक याद है। घोटाले में हुई सिलसिलेवार हत्याएं याद हैं... और उन हत्याओं पर किस तरह पर्दा डाला गया, यह भी लोगों को याद है। बाद के दौर में ग्रामीण और शहरी दोनों एनएचएम में मिश्रित हो गए और एनएचएम मिश्रित भ्रष्टाचार का केंद्र बन गया। धन के लिए एनएचएम किसी भी स्तर पर गिरने के लिए तैयार है। धोखाधड़ी, फर्जीवाड़ा और गैर कानूनी निर्णय भ्रष्टाचार के खिलाफ ज़ीरो टॉलरेंस पर भद्दे मजाक की तरह चस्पा हो रहा है। नेशनल हेल्थ मिशन के बजाय यह नीति हीन मिशन हो गया है। उसे आप देखें और भ्रष्टाचार पर सरकार ज़ीरो टॉलरेंस की असलियत समझें...


Saturday, 7 September 2024

भेड़ियों का भेड़ियों में खिंच गया है म्यान..!


अभी यूपी के बहराइच में भेड़िये का बड़ा हंगामा चल रहा है। भेड़ियों ने कई बच्चे मार डाले हैं। लोग गुस्से में हैं। नेता, अफसर और कारिंदे सब ऑपरेशन भेड़िया में लगे हैं। भेड़ियों को गोली मार देने का फरमान जारी हो चुका है। पुलिस वाले, जंगल वाले, गांव वाले सब बंदूकें लिए घूम रहे हैं। लेकिन बंदूक वाले यह सोचने-समझने की शक्ति खो चुके हैं कि वन्य जीव आखिर क्यों इतने नाराज हैं? कोई यह विचार ही नहीं कर रहा कि हम जंगल का अतिक्रमण क्यों कर रहे हैं? हम यह सोच ही नहीं रहे कि हम जंगल में घुसे तो वन्य जीव कहां रहेंगे, क्या खाएंगे और उनके बच्चे कैसे पलेंगे, कैसे जिंदा रहेंगे? हमें केवल अपनी चिंता है, अपने बच्चों की चिंता है। उनके बारे में या उनकी तरफ से कोई सोचने के लिए तैयार ही नहीं... न लोग, न नेता, न अफसर। तो कैसे रहेगा प्रकृति का संतुलन? इसी व्यथा और वेदना पर है यह कार्यक्रम... छोटा सा है, इसे जरूर देखें...