लोक मर रहा है, तंत्र तर रहा है...
प्रस्तुत है भारत सरकार की लापरवाही और गैर जिम्मेदारी के तीन गंभीर
एवं अक्षम्य उदाहरण। आप यह समाचार-प्रस्तुति देखेंगे तो आपको हैरत होगी कि क्या
सरकार ऐसी लापरवाह और जन-विरोधी हरकतें भी कर सकती है! हां, भारत में ऐसा ही
होता रहा है। गैरजिम्मेदार हादसे, लापरवाह नुकसान, बेमानी शहादतें और बेइलाज मौतें
भारत के आम आदमी के खाते में रहती हैं... खास लोग इन सबसे अलग और
सुरक्षित-संरक्षित रहते हैं। देश का निरीह आम नागरिक पस्त है और
नेता-नौकरशाह-पूंजीशाह मस्त है। लोक मर रहा है और तंत्र तर रहा है...