Sunday, 30 November 2025

SIR से बचने के लिए मुस्लिम घुसपैठिए अपना रहे हिंदू नाम


SIR से बचने के लिए मुस्लिम घुसपैठिए अपना रहे हिंदू नाम

मतदाता सूची में आवश्यक संशोधन जाग्रत लोकतंत्र की अनिवार्य शर्त है। जो ताकतें लोकतंत्र को मलबा बनाए रख कर सत्ता साधती रही हैं, उन्हें जाग्रत देश मंजूर नहीं, उन्हें तो बस वोटों की गिनती चाहिए, चाहे वह दीमकों का हो या आस्तीन के सांपों का। बिहार चुनाव के बाद देश के 15 राज्यों में मतदाता सूची के संशोधन की प्रक्रिया आगे बढ़ी। पश्चिम बंगाल में इसकी सबसे अधिक छटपटाहट है। वोट के लिए इस राज्य में सबसे अधिक घुसपैठ कराई गई इसीलिए छटपटाहट भी यहां पर सबसे अधिक है। पश्चिम बंगाल में बांग्लादेश के मुस्लिम घुसपैठियों को भारी तादाद में वोटर बनाया गया। अब वोटर लिस्ट में बने रहने के लिए वही मुस्लिम घुसपैठिए सारे इस्लामिक उपदेश ताक पर रख कर हिंदू नाम अपना रहे हैं। इस हथकंडे पर न फतवाधारी मौलाना कुछ बोल रहे हैं और न दुर्गतिगामी प्रगतिशील चिहुंक रहे हैं। सब तरफ शातिराना सन्नाटा तना हुआ है। इस समाचार प्रस्तुति को विस्तार से सुनें तो आपको गंभीरता और तुष्टिकरण की वीभत्सता का सही अंदाजा लगेगा...


Saturday, 15 November 2025

‘सेंटिमेंटैलिटी’ ने तय कर दी ‘पॉलिटिकैलिटी’


सेंटिमेंटैलिटी ने तय कर दी पॉलिटिकैलिटी

बिहार विधानसभा के चुनाव परिणामों को लेकर आपने तमाम विद्वतजनों के विचार सुने... वास्तविकता की जमीन साध कर चलने वाले आम लोगों की प्रतिध्वनि भी तो सुनें..! उत्तर प्रदेश के वरिष्ठ पत्रकार कुमार रवि ने प्रभात रंजन दीन को कुरेदा तो शायद कुछ मतलब की बात निकली। बिहार विधानसभा चुनाव के परिणामों ने एक साथ कई व्याख्याएं देश और समाज के सामने रख दी हैं। इस पर मंथन करना समय की मांग है। इसे सुनें... और न केवल सुनें, बल्कि सकारात्मक विमर्श भी करें, ताकि आगे का रास्ता साफ-साफ दिख सके और तय हो सके। खास तौर पर नई पौध के लिए, जिन्हें भविष्य की लंबी यात्रा सुनिश्चित करनी है...