Monday, 12 August 2024

साजिशों से सावधान रहें मोदी जी..!

साथियो,

आप देख और सुन रहे हैं देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के खिलाफ चल रहे अंतरराष्ट्रीय-राष्ट्रीय षडयंत्र के धागे उधेड़ने वाली सिलसिलेवार तथ्यपूर्ण कहानियां। नरेंद्र मोदी को न केवल भारत के अंदर बल्कि चारों तरफ से कमजोर करने की साजिशें चल रही हैं। श्रीलंका और मालदीव के जरिए भी साजिशों को आजमाया गया। नेपाल को भी भारत विरोधी बनाने की साजिशें जारी हैं। इन्हीं साजिशों को बांग्लादेश पर भी आजमाया गया। बांग्लादेश के नेता और नागरिक नासमझ, कट्टरांध और भ्रष्टाचारी निकले इसलिए बांग्लादेश उस भीषण चक्रव्यूह में फंस गया। ...और धराशाई हो गया। बांग्लादेश की प्रधानमंत्री शेख हसीना ने अपने भारतीय मित्र प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को इन साजिशों के बारे में पहले ही बता दिया था। उन्होंने मोदी से मदद भी मांगी थी। लेकिन मोदी की तरफ से कोई मदद नहीं मिली। भारत के समर्थक पड़ोसी देशों का बड़ा भाई होने का भरोसा भारत ने खो दिया। भारत के इस रवैये से 1971 का दौर याद आ गया, जब भारत ने पूर्वी पाकिस्तान को तोड़ कर, पाकिस्तानी सेना को घुटनों के बल बिठाने की हद तक जाकर बांग्लादेशियों की मदद थी। भारत ने मालदीव में सेना उतार कर वहां तख्तापलट की साजिशों को पलट दिया था। ऐसे कई उदाहरण हैं हमारे सामने, लेकिन हमने एक और ऐसा ऐतिहासिक उदाहरण बनने का अवसर खो दिया।

भारत खुद उन षडयंत्रों से घिरा है। बाहरी और भीतरी षडयंत्रकारियों से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को बुद्धि, विवेक और दृढ़ता से निपटना होगा। यह कोई व्यक्तिगत मसला नहीं, यह सम्पूर्ण देश की अस्मिता और उसके अस्तित्व की सुरक्षा का मसला है। इन षडयंत्रों का ध्वस्त होना देश के लिए जरूरी है। देश के बारे में चिंता करने वाले नागरिकों का दायित्व है देश के खिलाफ होने वाले षडयंत्रों को समझना और उससे देश को बचाने का जतन करना...